Wednesday, 17 February 2016


क्या हाल हाँ दोस्तों ठीक है नहीं तो प्रे करता हूँ आपके लिए कल मेरे साथ एक वाकया हुआ मैं जा रहा था और किसी के बारे में मैंने सोचा और वह मेरे सामने आ गए तो मुझे लांघा क्यों न हम कोशिश करें के अछा सोचे हो सकता हैं अछा सोचने से हमको अछा मिले अब आप सोचेनगे ऐसा भी कभी होता हैं अरे नहीं होता तो क्या सोचने में क्या टैक्स देना पड़ता हैं तो दोस्तों आपसे फिर मिलते हैं कैसा लगा बताना जरूर

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