Monday 7 March 2016

ANUPAM KHER..human with .......... ???? क्या अनुमपम को भकत कहा जा सकता हैं ...


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वह अनुपम खेर जी ने बोलती बंद कर दी ऐसा कुछ सुना हमने आप भी खुश हंगे क्या आपने असहनशीलता की परिभाषा बताई आपने यह नहीं बताया के कन्हिया गुनेगार हैं के नहीं जो गुनेगार हैं सरकार उनको पकड़ने में विफल क्यों रही क्या कश्मीर में अपनी दोस्ती साबित करने के लिए बहोत आसानी से आपने साध्वी के बारे में यह बोल दिया उनको डाटना चाइये वह यह क्यों नहीं बोला उनको जेल करना चाइये साफ़ क्यों नहीं बोला के घर की पार्टी हैं डर लग्ग रहा था अगर आमिर खान ने अपनी दिल की बात बटई तो वह देश भगत नहीं और प्रधानमंत्री मैं की बात करते हैं देश भगत हो गए क्या एक राजनितिक पार्टी जो झूठ बोल कर सत्ता में आ गयी वह देश द्रोह नहीं हुआ अनुपम जी एक बात तो बता दो ऐसा क्या हुआ इनाम मिलने से जो इतनी देश भकती जाग आई अरे भाई कन्हिया ने अछि बात कही वह किसी को क्यों नहीं दिख रही न ही आप को................... ऐसा क्या हुआ आपको................. अब आप क्यों नहीं आन्दोलन कर रहे काले धन के लिए ,,लोकपाल के लिए..............................,,,,,
अब क्या हुआ आपको......................,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,.....,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, अरे भाई राहुल गांधी modika daswa hissa नहीं hai किसी की तुलना किसी साथ करना क्या यह असहनशीलता नहीं हैं आपको नहीं लगता आपने गलत बोला हैं क्या अभी आप wednesday movie में हुई एक आम इन्शान के दुआरा हुई बोलती बंद को बुला नहीं पाये अभी आपको मंगाई नहीं दिख रही क्या आप कभी बाजार गए हैं दाल प्याज खरीदने ,,यह फिर एक कमरे मैं बैठ कर शम्पिने की बोतल के साथ किसी के खिलाफ बोलना सिख गए अरे भाई उस वक़्त आप क्यों नहीं बोले जब कोई यह बोिलता हैं के सोनिआ गांधी को मैं धोती खोल कर .......... अभी ऐसा ही लगता हैं के पुरष्कार मिल गया आप देश भकत बन गए

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